Otherwise it can lead to serious illnesses: स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए हम रोज कई आदतें अपनाते हैं, लेकिन कुछ छोटी लापरवाहियां बड़ी बीमारियों की वजह बन सकती हैं। पेशाब करने के तरीके और आदतें भी हमारी किडनी, ब्लैडर और शरीर की सफाई प्रणाली से जुड़ी होती हैं।
अगर आप भी अक्सर टॉयलेट को रोकते हैं या कम पानी पीते हैं, तो यह आर्टिकल जरूर पढ़ें।
1. पेशाब को देर तक रोकना – किडनी पर बन सकता है दबाव
कई बार हम व्यस्तता या सफर के दौरान पेशाब को देर तक रोक लेते हैं, लेकिन यह आदत किडनी और ब्लैडर दोनों के लिए हानिकारक है।
🔹 क्या हो सकता है नुकसान?
- यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI)
- ब्लैडर में सूजन
- बार-बार पेशाब आने की समस्या
- गंभीर मामलों में किडनी फेलियर तक की नौबत
✅ क्या करें: जब भी पेशाब लगे, समय पर टॉयलेट जाएं। रोकने की आदत को तुरंत सुधारें।
2. कम पानी पीना – पेशाब में झाग और बदबू
अगर आप दिनभर बहुत कम पानी पीते हैं, तो शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है। इससे पेशाब पीला, झागदार और बदबूदार हो जाता है।
🔹 इसके परिणाम:
- यूरिन में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है
- पेट और लीवर संबंधी समस्याएं हो सकती हैं
- शरीर से विषैले तत्व सही से बाहर नहीं निकल पाते
✅ क्या करें: रोजाना कम से कम 8 से 10 गिलास पानी जरूर पिएं। गर्मियों में यह मात्रा और बढ़ा सकते हैं।
3. पेशाब में बदबू या झाग को नजरअंदाज करना – हो सकता है डाइबिटीज का संकेत
अगर आपके पेशाब से अजीब बदबू आती है या उसमें ज्यादा झाग बनने लगे हैं, तो यह शुगर लेवल बढ़ने का संकेत हो सकता है।
🔹 सम्भावित कारण:
- डायबिटीज में ब्लड शुगर यूरिन के रास्ते बाहर निकलता है
- संक्रमण, यूरिनरी ट्रैक्ट की सूजन या खराब खान-पान भी कारण हो सकता है
✅ क्या करें:
- डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें
- ब्लड शुगर टेस्ट कराएं
- पेशाब में बदलाव महसूस होते ही इलाज में देर न करें
4. गुप्तांगों की सफाई न करना – संक्रमण और कैंसर का खतरा
पेशाब के बाद अगर आप साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देते, तो इससे गुप्तांगों में संक्रमण हो सकता है।
🔹 विशेषकर महिलाओं में:
- बार-बार पेशाब का इन्फेक्शन
- वैजिनल डिस्चार्ज या जलन
- ओवेरियन कैंसर तक का खतरा
✅ क्या करें:
- पेशाब के बाद गुप्तांगों को साफ पानी से धोएं
- गंदे टॉयलेट या सार्वजनिक शौचालयों में हाइजीन का विशेष ध्यान रखें
- महिलाओं को पीरियड्स के दौरान अतिरिक्त सफाई रखनी चाहिए
5. दवाइयों को नजरअंदाज करना – लक्षण बढ़ सकते हैं
कई बार लोग पेशाब से जुड़ी समस्याओं को मामूली समझकर इलाज नहीं करवाते, जबकि यह गंभीर बीमारी की शुरुआत हो सकती है।
इन लक्षणों को हल्के में न लें:
- पेशाब में जलन या दर्द
- बार-बार पेशाब आना
- पेशाब रुक-रुक कर आना
- रात में कई बार टॉयलेट जाना
क्या करें:
- लक्षणों की शुरुआत में ही डॉक्टर से मिलें
- यूरिन टेस्ट करवाएं
- घरेलू उपायों की जगह सही मेडिकल ट्रीटमेंट लें
निष्कर्ष: छोटी गलतियां, बड़ा खतरा
पेशाब से जुड़ी छोटी लापरवाहियां लंबे समय में शरीर पर बुरा असर डाल सकती हैं। समय रहते सावधानी बरतें और अपने शरीर के संकेतों को नजरअंदाज न करें।
हेल्दी यूरिन हैबिट्स अपनाएं और अपने शरीर को स्वस्थ बनाए रखें।